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महापद्म कालसर्प दोष: प्रभाव और दोष दूर करने के उपाय

क्या आपको भी प्रयास करने के बाद सफलता नहीं मिल रही है? परिवार मे तनाव बना रहता है? मानसिक और भावनात्मक रूप से अधिक परेशान हो रहे है? तो हो सकता है आपकी कुंडली मे महापद्म कालसर्प दोष हो। यह दोष कुंडली मे राहु और केतु के अशुभ प्रभाव के कारण बनता है। आज हम इस पोस्ट के माध्यम से जानेंगे की महापद्म कालसर्प दोष क्या होता है? इसके लक्षण क्या है? और इसे किस प्रकार दूर किया जा सकता है?

महापद्म कालसर्प दोष क्या है?

महापद्म कालसर्प दोष एक ज्योतिषीय दोष है, जो तब उत्पन्न होता है जब किसी व्यक्ति की जन्म कुंडली में सभी ग्रह राहु और केतु के बीच स्थित होते हैं। इस दोष में राहु अष्टम भाव और केतु द्वितीय भाव में स्थित होते हैं। यह दोष व्यक्ति के जीवन में कई प्रकार की कठिनाइयों और बाधाओं को जन्म देता है। महापद्म कालसर्प दोष के कारण व्यक्ति को मानसिक, आर्थिक, और सामाजिक स्तर पर कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

राहु और केतु की स्थिति के कारण कुंडली में यह दोष उत्पन्न होता है। यह दोष पिछले जन्म के कर्मों के फलस्वरूप बनता है। इस दोष के कारण व्यक्ति को अपने प्रयासों का पूरा फल नहीं मिलता और जीवन में बार-बार समस्याओं का सामना करना पड़ता है।

महापद्म कालसर्प दोष के प्रभाव

व्यक्ति के जीवन पर महापद्म कालसर्प दोष का नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। यह दोष मुख्य रूप से राहु और केतु की स्थिति के कारण उत्पन्न होता है और जीवन के कई हिस्सों में बाधाएं उत्पन्न करता है। यह दोष जीवन में संघर्ष, मानसिक तनाव, और असफलताओं का कारण बन सकता है। इसके कुछ लक्षण निम्न है :-

  • इस दोष के कारण व्यक्ति को बार-बार मानसिक तनाव और चिंता का सामना करना पड़ता है, जिससे उसे आत्मविश्वास की कमी महसूस हो सकती है।
  • व्यक्ति को अकारण भय और डरावने स्वप्न आते हैं, जो मानसिक अशांति को बढ़ाते हैं। जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का अभाव होता है, और हर कार्य में विघ्न आते हैं।
  • इस दोष के प्रभाव से परिवार के सदस्यों के बीच आपसी मनमुटाव और विवाद हो सकता है। रिश्तों में तनाव और वैवाहिक संबंधों में तनाव देखा जा सकता है।
  • महापद्म कालसर्प दोष के कारण आय के स्रोतों में बाधाएं आ सकती हैं, और व्यक्ति को आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
  • इस दोष के कारण अचानक धन हानि, निवेश में नुकसान, व्यापार में असफलता, और कर्ज लेने की जरूरत जैसी समस्याएँ आ सकती है।
  • सामाजिक जीवन पर भी इस दोष का व्यापक प्रभाव पड़ता है, जिसमें समाज में मान-सम्मान की कमी, मित्रों और सहयोगियों से धोखा, सामाजिक अड़चनें, और अलगाव जैसी समस्याएँ प्रमुख रूप से सामने आती हैं।
  • महापद्म कालसर्प दोष का नकारात्मक प्रभाव व्यक्ति के स्वास्थ्य पर स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है, जिसके परिणामस्वरूप उसे विभिन्न प्रकार की शारीरिक बीमारियों का सामना करना पड़ता है।

महापद्म कालसर्प दोष के उपाय

महापद्म कालसर्प दोष जीवन के हर क्षेत्र में बाधाएं और समस्याएं उत्पन्न कर सकता है। इसके प्रभाव को कम करने के लिए विशेष पूजा, मंत्र जाप, और दान जैसे उपाय अत्यंत प्रभावी होते हैं। इस दोष के निवारण के लिए ज्योतिषीय उपायों और धार्मिक अनुष्ठानों का सहारा लिया जाना चाहिए जो की निम्नलिखित है :-

  • महामृत्युंजय मंत्र का नियमित जाप महापद्म कालसर्प दोष के दुष्प्रभावों को कम करता है। प्रतिदिन 108 बार इस मंत्र का जाप करना चाहिए :- ऊं त्र्यम्बकं यजामहे सुगंधिं पुष्टिवर्धनम्। उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्॥
  • भगवान शिव का रुद्राभिषेक कराना महापद्म कालसर्प दोष का सबसे प्रभावी उपाय है। शिवलिंग पर गंगाजल, दूध, दही, शहद, और बेलपत्र चढ़ाकर अभिषेक करना शुभ होता है।
  • नाग पंचमी के दिन नाग देवता की पूजा करना शुभ माना जाता है। चांदी के नाग-नागिन की मूर्तियों को दूध, गंगाजल, और फूल अर्पित करें और पूजा के बाद नाग-नागिन के जोड़े को नदी या जलाशय में प्रवाहित करें।
  • शनिवार को राहु और केतु से संबंधित वस्तुओं का दान करें, जैसे नीला कपड़ा, सरसों का तेल, और लोहे की वस्तुएं।
  • चांदी से बने नाग-नागिन के जोड़े की मूर्ति का पूजन करें और उन्हें किसी पवित्र नदी में प्रवाहित करें।
  • राहु और केतु के प्रभाव को शांत करने के लिए ज्योतिषाचार्य की सलाह से गोमेद (हेसोनाइट) या लहसुनिया (कैट्स आई) रत्न धारण करें।
  • नाग पंचमी या शिवरात्रि के दिन चांदी के नाग-नागिन का दान करें। काले वस्त्र, काले तिल, और लोहे की वस्तुओं का दान करना अत्यंत लाभकारी होता है।

महापद्म कालसर्प दोष निवारण पूजा

ज्योतिषीय शस्त्र के अनुसार महापद्म कालसर्प दोष निवारण पूजा एक विशेष अनुष्ठान है, जो राहु और केतु के अशुभ प्रभावों को शांत करने और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा लाने के लिए किया जाता है। यह पूजा ज्योतिषीय नियमों और धार्मिक विधियों का पालन करते हुए की जाती है। इस पूजा में भगवान शिव, नाग देवता, और राहु-केतु की विशेष आराधना की जाती है। त्र्यंबकेश्वर, उज्जैन, और अन्य पवित्र स्थलों पर यह पूजा करवाना अत्यंत प्रभावी मानी जाती है।

महापद्म कालसर्प दोष पूजा का महत्व

  • महापद्म कालसर्प दोष व्यक्ति के जीवन में आर्थिक, सामाजिक, और मानसिक बाधाएं उत्पन्न करता है।
  • इस दोष के निवारण के लिए विशेष पूजा से भगवान शिव, नाग देवता, और राहु-केतु की कृपा प्राप्त होती है।
  • यह पूजा जीवन में सुख-शांति, समृद्धि, और बाधाओं से मुक्ति दिलाने में सहायक होती है।

महापद्म कालसर्प पूजा कैसे बुक करें ?

पंडित सुरेश शर्मा जी उज्जैन के श्रेष्ठ एवं अनुभवी ज्योतिष है। पंडित के पास वर्ष भर पूजा-अनुष्ठान के लिए लोग आते है एवं अपनी समस्या का समाधान और मुक्ति पाते है, आप भी अगर किसी दोष से परेशान है और अपने बिगड़े काम बनाने हेतु उज्जैन मे पूजा करना चाहते है तो नीचे दिये गए नंबर पर कॉल करें एवं अभी पंडित जी से बात करके निशुल्क परामर्श ले।

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