मंगल दोष पूजा उज्जैन

मंगल दोष क्या होता है?

मांगलिक दोष या मंगल दोष किसी व्यक्ति की कुंडली मे तब होता है, जब जन्मकुंडली मे लग्न चतुर्थ, सप्तम, अष्टम और द्वादश भाव मे से किसी एक भाव मे मंगल स्थित हो। ऐसा माना जाता है की मांगलिक दोष वाले लड़के या लड़की की शादी मांगलिक कुंडली वाले लड़के या लड़की से ही होनी चाहिए। 

मंगल दोष वाले व्यक्ति के वैवाहिक जीवन मे बहुत ही समस्याए आती है। जिस व्यक्ति की कुंडली मे मंगल दोष होता है उसका या तो विवाह नहीं होता है या अगर विवाह हो जाता है तो विवाह होने के बाद वैवाहिक जीवन मे बहुत ज्यादा मुसीबतों का सामना करना पड़ता है। 

मंगल दोष का प्रभाव

ज्योतिष के अनुसार मांगलिक दोष को वैवाहिक एवं दाम्पत्य जीवन के लिए हानिकारक माना जाता है। यह थोड़ा सही भी है किन्तु पूर्ण रूप से नहीं। केवल मंगल को ही वैवाहिक जीवन की समस्याओ के लिए उत्तरदायी नहीं माना जा सकता है। क्योकि मंगल इतना प्रभावशाली नहीं हो सकता है की वह अन्य ग्रहो की शक्ति एवं प्रभाव को कम कर दे। यह माना जाता है की मंगल दोष का दुष्प्रभाव 28 वर्ष की आयु तक ही रहेगा किन्तु यह सत्य नहीं है क्योकि मंगल दोष तो किसी भी कुंडली मे जीवन पर्यंत रहता है, हाँ उसका प्रभाव जरूर कम हो जाता ही किन्तु पूर्ण रूप से नहीं । 28 वर्ष की आयु के बाद मंगल दोष वैवाहिक जीवन को प्रभावित नहीं करता है। 

मंगल दोष के दुष्प्रभाव को कम कैसे करे?

मंगल दोष के दुष्प्रभाव को कम करने के लिए जातक को मंगलवार के दिन हनुमान चालीसा और सुंदरकाण्ड का पाठ करना चाहिए। हनुमान जी और मंगल देवता की पूजा और साधना करनी चाहिए। मंगल दोष के दुष्प्रभाव को कम करने के लिए मंगलवार के दिन लाल रंग के कपड़े,  मसूर की दाल, लाल फल आदि का दान करना चाहिए। मंगल दोष वाले व्यक्ति मंगल से संबन्धित वस्तु का दान और उपहार लेने से बचना चाहिए। जिस व्यक्ति की कुंडली मे मंगल दोष होता है उसे न तो लाल रंग के जूते पहनने चाहिए और न ही घर मे लाल रंग की कोई सी जगह बनवानी चाहिए। 

मंगल दोष के लक्षण क्या होते है?

  • मंगल दोष यदि लग्न मे हो तो जातक का स्वभाव गुस्सैल और अहंकारी होता है। 
  • मंगल दोष कुंडली के चतुर्थ भाव मे हो तो पारिवारिक जीवन मे कठिनाइयो का सामना करना पड़ता है। 
  • सप्तम भाव मे वैवाहिक संबंधो मे परेशानिया होती है। 
  • अष्टम भाव मे ससुराल के सुखो मे कमी होती है या  ससुराल से रिश्ते बिगड़ते है। 
  • द्वादश भाव मे जब मंगल दोष होता है तब आयु मे कमी, कलह, शारीरिक क्षमताओ मे कमी और कई प्रकार रोग होते है।  

मंगल दोष पूजा मे कितना खर्चा आता है?

उज्जैन मे मंगल दोष पूजा मे खर्च मात्र 2500 से शुरू होता है। जो की 21000 तक भी जा सकता है। पूजा के पूर्व ही कुंडली देख कर यह निश्चित किया जाता है की मंगल के साथ कोई और दोष कुंडली मे है या नहीं। जिसके बाद ही पूरी पूजन का खर्च पंडित जी द्वारा बताया जाता है। इसलिए आप पहले पंडित जी से संपर्क करके अपनी कुंडली जरूर दिखाये।

उज्जैन मे मंगल दोष पूजा के लिए संपर्क करे

पंडित सुरेश शर्मा जी द्वारा मंगल दोष पूजा उज्जैन मे कराने हेतु वर्ष भर लोग आते है और अपनी परेशानियों से मुक्ति पाते है, आप भी अगर किसी दोष से परेशान है और अपने बिगड़े काम बनाने हेतु उज्जैन मे पूजा करवाना चाहते है तो अभी पंडित जी से बात करे और निशुल्क परामर्श ले।