तक्षक कालसर्प दोष

तक्षक कालसर्प दोष: लक्षण और असरदार उपाय

हिन्दू धर्म में तक्षक कालसर्प दोष एक प्रकार का ज्योतिषीय दोष है, जिसमें राहु और केतु की स्थिति व्यक्ति के जीवन पर विशेष प्रभाव डालती है। जब राहु कुंडली के सातवें भाव में और केतु पहले भाव में स्थित होते हैं, तथा सभी ग्रह इन दोनों ग्रहों के बीच में होते हैं, तो तक्षक कालसर्प दोष बनता है। इस दोष के प्रभाव से व्यक्ति के जीवन में अनेक प्रकार की समस्या उत्पन्न होती है।

तक्षक कालसर्प दोष का नाम तक्षक नाग के नाम पर रखा गया है, जो पौराणिक कथाओं में एक प्रमुख नाग है। यह दोष व्यक्ति के व्यक्तिगत और वैवाहिक जीवन पर विशेष रूप से प्रभाव डालता है। इसे विवाह, साझेदारी, और रिश्तों में समस्याओं का मुख्य कारण माना जाता है।

तक्षक कालसर्प दोष के लक्षण

तक्षक कालसर्प दोष का प्रभाव व्यक्ति के जीवन के विभिन्न क्षेत्रों पर पड़ता है। यह दोष मुख्य रूप से संबंधों, मानसिक स्थिति, और आर्थिक स्थिरता को प्रभावित करता है। यहां इसके प्रमुख लक्षण दिए गए हैं, तक्षक कालसर्प दोष व्यक्ति के जीवन में निम्नलिखित नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है:-

  • तक्षक कालसर्प दोष का नकारात्मक प्रभाव व्यक्ति के वैवाहिक जीवन पर पड़ने से व्यक्ति को वैवाहिक जीवन मे अशांति और विवाद जैसी समस्याएँ देखने को मिलती है।
  • इस दोष के कारण व्यक्ति की मानसिक स्थिति में अस्थिरता, भय, तनाव और आत्मविश्वास की कमी आदि समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
  • व्यक्ति के जीवन मे इस दोष के प्रभाव से स्वास्थ्य संबन्धित समस्याएँ जैसे- अचानक से स्वास्थ्य में गिरावट, लंबे समय तक बीमारी का असर रहना, सिरदर्द, अनिद्रा, और मानसिक थकान आदि।
  • इस दोष के कारण व्यक्ति को आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है जिससे उसे अचानक धन हानि या व्यवसाय में असफलता और कर्ज जैसी स्थिति का सामना करना पड़ सकता है।
  • परिवार और सामाजिक जीवन पर इस दोष का प्रभाव पड़ने से परिवार में अशांति और विवाद और सामाजिक प्रतिष्ठा का ह्रास इत्यादि का सामना करना पड़ता है।
  • नकारात्मक ऊर्जा का अनुभव और सकारात्मक ऊर्जा की कमी का महसूस होना आदि अनंत कालसर्प दोष के प्रभाव के कारण होता है।
  • इस दोष के कारण हर कार्य में बाधा और असफलता का सामना करना पड़ता है।

तक्षक कालसर्प दोष के उपाय

तक्षक कालसर्प दोष का नकारात्मक प्रभाव जीवन के विभिन्न क्षेत्रों पर पड़ता है। सही उपाय और अनुष्ठान करने से इसके नकारात्मक प्रभावों को कम किया जा सकता है। यहां तक्षक कालसर्प दोष के प्रभाव को शांत करने के कुछ उपाय दिए गए हैं जो की निम्नलिखित है :-

  • प्रीतिदिन महामृत्युंजय मंत्र का 108 बार जाप करें:
    “ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।
    उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥”
  • भगवान शिव की आराधना श्रद्धा के साथ करना चाहिए। प्रतिदिन शिवलिंग पर जल, दूध, और बेलपत्र चढ़ाएं। सोमवार के दिन व्रत रखें और शिव चालीसा का पाठ करें।
  • नाग पंचमी के दिन नाग देवता की पूजा करें। चांदी या मिट्टी के नाग-नागिन का जोड़ा बनाकर उनकी विधिवत रूप से पूजा करें।
  • नाग स्तुति मंत्र का जाप करना प्रभावी माना जाता है :-
    “अनन्तं वासुकिं शेषं पद्मनाभं च कम्बलम्।
    शंखपालं धार्तराष्ट्रं तक्षकं कालियं तथा॥”
  • राहु और केतु के अशुभ प्रभाव को शांत करने के लिए उनके मंत्रों का जाप करना चाहिए :-
    • राहु मंत्र:
      “ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं सः राहवे नमः”
    • केतु मंत्र:
      “ॐ स्त्रां स्त्रीं स्त्रौं सः केतवे नमः”
  • रुद्राक्ष धारण करना शुभ माना जाता है, पंचमुखी या आठमुखी रुद्राक्ष धारण करें। इसे गंगाजल से पवित्र कर, शिवजी के मंत्र का जाप करते हुए ही धारण करें।
  • दान करना अत्यंत ही शुभ होता है तो राहु और केतु को शांत करने के लिए काले तिल, सरसों का तेल, और लोहे के बर्तन का दान करें। गरीबों को भोजन और वस्त्र दान करना चाहिए।

तक्षक कालसर्प दोष निवारण पूजा

वैदिक शास्त्रों के अनुसार तक्षक कालसर्प दोष निवारण पूजा का मुख्य उद्देश्य तक्षक कालसर्प दोष के नकारात्मक प्रभावों को शांत करना और व्यक्ति के जीवन में सुख, शांति, और समृद्धि लाना है। यह पूजा विशेष रूप से भगवान शिव, नाग देवता, राहु, और केतु को प्रसन्न करने के लिए की जाती है। यह पूजा व्यक्ति के जीवन से आर्थिक, मानसिक, और पारिवारिक कष्टों को दूर करती है।

तक्षक कालसर्प दोष निवारण पूजा जीवन में आने वाली कठिनाइयों को दूर करने का एक अत्यंत प्रभावी उपाय है। इसे किसी अनुभवी पंडित या ज्योतिषी के मार्गदर्शन में करवाना चाहिए। यदि आप यह पूजा करवाना चाहते हैं, तो किसी पवित्र तीर्थस्थल पर जाकर करवाएँ। त्र्यंबकेश्वर, उज्जैन, या काशी जैसे पवित्र स्थलों पर यह पूजा करना अधिक शुभ होता है।

तक्षक कालसर्प दोष पूजा कैसे कराएं ?

तक्षक कालसर्प दोष पूजा बुक करना आज के समय में बहुत आसान हो गया है। ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से पूजा बुक की जा सकती है। पूजा करवाने से पहले उचित पंडित और स्थान का चयन करना आवश्यक है।

पंडित सुरेश शर्मा जी के संपर्क नंबर या विश्वसनीय वेबसाइट के माध्यम से संपर्क करें। पंडित जी को दोष निवारण पूजाओं का 15 वर्षों से अधिक अनुभव प्राप्त है। पूजा बुक करने के लिए नीचे दिये गए नंबर पर कॉल करें :

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