निम्न मंगल दोष क्या है? जाने इसके कारण, लक्षण और उपाय
मंगल ग्रह को ज्योतिष में शक्ति, ऊर्जा और साहस का ग्रह माना गया है। जब जन्म कुंडली में मंगल ग्रह अपनी अनुकूल स्थिति में नहीं होता, तब “निम्न मंगल दोष (Low Mangal Dosh)” बनता है। यह दोष व्यक्ति के जीवन में वैवाहिक समस्या, मानसिक तनाव, धन हानि और पारिवारिक कलह का कारण बन सकता है।
वैदिक ज्योतिष में निम्न मंगल दोष एक ऐसा ज्योतिषीय दोष है जो व्यक्ति के जीवन में मानसिक, वैवाहिक और आर्थिक अस्थिरता लाता है। परंतु उचित उपायों और पूजा विधियों के माध्यम से इसे दूर किया जा सकता है। इस दोष का सबसे प्रभावी और रामबाण उपाय है उज्जैन में मंगल दोष पूजा पूरी विधि के साथ अनुभवी पंडित की देख-रेख में सम्पन्न करना।
Contents
- 0.1 निम्न मंगल दोष क्या होता है? इसके कारण क्या है?
- 0.2 निम्न मंगल दोष बनने के प्रमुख कारण
- 0.3 निम्न मंगल दोष के लक्षण कौन-कौन से है?
- 0.4 निम्न मंगल दोष के दुष्प्रभाव कौन-कौन से है?
- 0.5 निम्न मंगल दोष निवारण के उपाय कौन-कौन से है?
- 0.6 उज्जैन में निम्न मंगल दोष पूजा क्यों करवाएं?
- 0.7 निम्न मंगल दोष पूजा का खर्च कितना होता है?
- 1 उज्जैन में निम्न मंगल दोष पूजा की बुकिंग कैसे कराएं?
निम्न मंगल दोष क्या होता है? इसके कारण क्या है?
जब मंगल ग्रह कर्क राशि में स्थित होता है, तब इसे “नीच का मंगल” कहा जाता है। इस स्थिति में मंगल की ऊर्जा कमजोर पड़ जाती है और यह अपनी पूर्ण शक्ति से फल नहीं देता। इसका परिणाम यह होता है कि व्यक्ति के जीवन में अस्थिरता, गुस्सा, पारिवारिक मतभेद और विवाह में बाधाएँ आने लगती हैं। जिन लोगों की कुंडली में यह स्थिति होती है, उनके अंदर आत्मविश्वास की कमी, निर्णय लेने में असमंजस और कभी-कभी आक्रोश की अधिकता देखी जाती है।
निम्न मंगल दोष बनने के प्रमुख कारण
- कर्क राशि में मंगल का होना – ज्योतिष के अनुसार यह मंगल की नीच स्थिति है।
- चतुर्थ, सप्तम, अष्टम या द्वादश भाव में मंगल का होना – इन स्थानों पर मंगल होने से दोष की स्थिति बनती है।
- मंगल का राहु, केतु या शनि के साथ युति होना – यह युति मंगल की शुभता को नष्ट कर देती है।
- मंगल का दृष्टि से कमजोर होना – जब अन्य ग्रहों की नकारात्मक दृष्टि मंगल पर पड़ती है तो इसका प्रभाव घट जाता है।
- कुंडली में मंगल का दशा-अंतर्दशा काल में प्रभाव – इस समय जीवन में संघर्ष और अस्थिरता बढ़ती है।
निम्न मंगल दोष के लक्षण कौन-कौन से है?
निम्न मंगल दोष के प्रभाव व्यक्ति के जीवन में धीरे-धीरे दिखाई देते हैं। इसके मुख्य लक्षण हैं:
- विवाह में देरी या बाधा – बार-बार रिश्ते टूटना या विवाह के बाद वैवाहिक कलह।
- क्रोध और अस्थिरता – व्यक्ति जल्दी गुस्सा करता है और निर्णयों में स्थिरता नहीं रख पाता।
- धन और करियर में रुकावटें – मेहनत के बावजूद सफलता में देरी।
- स्वास्थ्य समस्याएँ – सिरदर्द, ब्लड प्रेशर, तनाव जैसी समस्याएँ बढ़ सकती हैं।
- पारिवारिक कलह – घर में आपसी मतभेद और अनबन बनी रहती है।
- आत्मविश्वास की कमी – व्यक्ति में नकारात्मक सोच और असुरक्षा की भावना बढ़ती है।
निम्न मंगल दोष के दुष्प्रभाव कौन-कौन से है?
- वैवाहिक जीवन में तनाव – पति-पत्नी के बीच अनबन और विवाद।
- संतान सुख में बाधा – कई बार संतान प्राप्ति में विलंब या कठिनाई होती है।
- व्यवसायिक अस्थिरता – बार-बार व्यापार या नौकरी बदलनी पड़ती है।
- मानसिक शांति का अभाव – व्यक्ति हमेशा बेचैनी या चिंता में रहता है।
- परिवार और समाज में संबंधों की खटास – दूसरों से मनमुटाव और दूरी बढ़ती है।
निम्न मंगल दोष निवारण के उपाय कौन-कौन से है?
1. मंगल दोष निवारण पूजा उज्जैन में करवाना
उज्जैन के मंगलनाथ मंदिर में की जाने वाली मंगल दोष पूजा को सबसे प्रभावशाली माना गया है। यहाँ भगवान मंगल देव का विशेष पूजन, हवन और मंगल शांति मंत्रोच्चारण किया जाता है।
- इस पूजा से मंगल की नकारात्मकता दूर होती है।
- वैवाहिक जीवन में स्थिरता आती है।
- करियर और आर्थिक स्थिति में सुधार होता है।
निम्न मंगल दोष पूजा उज्जैन में कराने से दोष शांत होता है और जीवन में आ रही सभी समस्याएँ दूर होती है। यह पूजा अनुभवी और योग्य पंडित की देख रेख में की जाए तभी इसका फल मिलता है आज ही उज्जैन के अनुभवी पंडित सुरेश शर्मा जी से संपर्क करे जो की मंगल दोष पूजा और अन्य दोष निवारण पूजाओ को पूर्ण विधिवत रूप से सम्पन्न करते है।
2. मंगल ग्रह का व्रत रखें
मंगलवार के दिन व्रत रखने और हनुमान जी की पूजा करने से मंगल ग्रह का दोष कम होता है।
3. मंगल मंत्र का जाप करें
रोजाना 108 बार इस मंत्र का जाप करें:
“ॐ क्रां क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः।”
यह मंत्र मंगल ग्रह को शांत कर सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करता है।
4. मंगलिक वस्त्र और रत्न धारण करें
- लाल या नारंगी वस्त्र मंगलवार को पहनें।
- योग्य ज्योतिषाचार्य से परामर्श लेकर मूंगा रत्न (Coral Gemstone) धारण करें।
5. हनुमान चालीसा का पाठ करें
हनुमान जी मंगल के देवता माने जाते हैं। प्रतिदिन या मंगलवार को हनुमान चालीसा पढ़ना अत्यंत फलदायक होता है।
6. दान करें
मंगल दोष से पीड़ित व्यक्ति को मंगलवार के दिन लाल वस्त्र, मसूर दाल, गुड़, तांबा या मूंगा दान करना चाहिए।
उज्जैन में निम्न मंगल दोष पूजा क्यों करवाएं?
उज्जैन में स्थित मंगलनाथ मंदिर को मंगल ग्रह का जन्म स्थान माना जाता है। यहाँ किए गए उपाय और पूजन का प्रभाव अन्य स्थानों से कई गुना अधिक होता है। पंडितों द्वारा वेदों और पुराणों के अनुसार की जाने वाली पूजा से मंगल ग्रह की अशुभ स्थिति शांत होती है और जीवन में स्थिरता, सुख और समृद्धि आती है।
निम्न मंगल दोष पूजा का खर्च कितना होता है?
उज्जैन में निम्न मंगल दोष पूजा का खर्च लगभग ₹2,500 से ₹5,100 तक होता है। यह राशि पूजा के प्रकार, पंडितों की संख्या और सामग्री पर निर्भर करती है। कुछ विशेष मंगल शांति हवन या विस्तृत अनुष्ठान कराने पर खर्च ₹5,000 से अधिक भी हो सकता है।
उज्जैन में निम्न मंगल दोष पूजा की बुकिंग कैसे कराएं?
निम्न मंगल दोष व्यक्ति के जीवन में कई प्रकार की समस्याएँ पैदा कर सकता है इसलिए समय रहते इस दोष का निवारण करना बहुत जरूरी है। उज्जैन मंगल दोष के निवारण के लिए विश्व प्रसिद्ध स्थान माना जाता है क्योंकि यहाँ मंगलदेव का मंदिर स्थित है जहां पूजा करने से दोष का प्रभाव शांत हो जाता है तो आज ही उज्जैन में पूजा की बुकिंग करें।