मांगलिक लड़के की शादी के उपाय कौन-से हैं और इन्हे कैसे अपनाए
मांगलिक दोष जैसी प्राचीन अवधारणाएं वैवाहिक जीवन पर गहरा प्रभाव डालती नजर आती हैं। यदि आप एक मांगलिक लड़के हैं या आपके परिवार में कोई ऐसा व्यक्ति है जिसकी शादी में देरी हो रही है, तो इसका कारण मांगलिक दोष हो सकता है। यह दोष न केवल शादी में बाधा डालता है, बल्कि व्यक्तिगत विकास को भी प्रभावित करता है, जैसे करियर में उतार-चढ़ाव या क्रोध प्रबंधन की समस्या।
यह दोष गंभीर है इसका अर्थ यह नहीं कि मांगलिक व्यक्ति की शादी नहीं हो सकती। वैदिक ज्योतिष में ऐसे कई सटीक और असरदार उपाय बताए गए हैं जिनसे मंगल दोष के प्रभाव को कम किया जा सकता है और विवाह में आने वाली रुकावटें दूर हो सकती हैं। इसका सबसे प्रभावी और असरदार उपाय है कुम्भ विवाह पूजा उज्जैन में यह पूजा अनुभवी पंडित की देख रेख में पूरी विधि के साथ सम्पन्न करायी जाती है।
Contents
- 1 मंगल दोष क्या है? लड़कों पर इसका गहरा प्रभाव क्या है?
- 2 उज्जैन में मांगलिक लड़के की शादी के लिए प्रमुख उपाय?
- 3 कुंभ विवाह पूजा उज्जैन: मांगलिक दोष का सबसे प्रभावी उपाय
- 4 उज्जैन में कुम्भ विवाह पूजा में कितना खर्च आता है?
- 5 मांगलिक दोष पूजा के अन्य उपाय
- 6 मांगलिक लड़के की शादी कब करनी चाहिए? शुभ समय और ज्योतिषीय सलाह
- 7 उज्जैन में मांगलिक दोष पूजा बुक कैसे करें?
मंगल दोष क्या है? लड़कों पर इसका गहरा प्रभाव क्या है?
मंगल दोष, जिसे मांगलिक दोष भी कहा जाता है, हिंदू ज्योतिष में एक महत्वपूर्ण योग है जो कुंडली में मंगल ग्रह की विशेष स्थिति से उत्पन्न होता है। जब मंगल लग्न (पहले भाव), चौथे, सातवें, आठवें या बारहवें भाव में स्थित होता है, तो यह दोष बनता है। लड़कों के विषय में, यह दोष विशेष रूप से वैवाहिक जीवन को प्रभावित करता है क्योंकि मंगल ऊर्जा, साहस और आक्रामकता का प्रतीक है। यदि असंतुलित हो, तो यह शादी में देरी, जीवनसाथी के साथ कलह, स्वास्थ्य समस्याएं या आर्थिक अस्थिरता पैदा कर सकता है।
उज्जैन में मांगलिक लड़के की शादी के लिए प्रमुख उपाय?
यहां कुछ प्रभावी उपाय दिये गए हैं, जो वैदिक ज्योतिषीय सलाह पर आधारित हैं। इन उपायों को अपनाने से दोष का प्रभाव कम होता है, जो की निम्नलिखित है:
कुंभ विवाह पूजा उज्जैन: मांगलिक दोष का सबसे प्रभावी उपाय
यह मंगल दोष का सबसे प्राचीन और शक्तिशाली उपाय है, जिसमें मांगलिक लड़के का प्रतीकात्मक विवाह एक मिट्टी के घड़े (कुंभ) से कराया जाता है। ज्योतिषीय दृष्टि से, यह “पहले विवाह” की अवधारणा पर आधारित है, जहां दोष का नकारात्मक प्रभाव घड़े पर आ जाता है। उज्जैन में इस पूजा का महत्व बढ़ गया है, क्योंकि राहु-केतु गोचर से दोष सक्रिय हो रहा है। पूजा का मुहूर्त नाग पंचमी या मंगलवार चुनें। यह उपाय पर्यावरणीय रूप से भी संतुलित है, क्योंकि घड़े की मिट्टी प्रकृति में विलीन हो जाती है।
विधि: घड़े को दुल्हन की तरह सजाएं, वैदिक मंत्रों से विवाह करें और फिर घड़े को फोड़ दें।
लाभ: शादी के योग जल्दी बनते हैं और वैवाहिक कलह कम होती है।
उज्जैन में कुम्भ विवाह पूजा में कितना खर्च आता है?
उज्जैन में लागत लगभग 2,000-5000 रुपये या इससे अधिक भी हो सकती है, पूजा का खर्च कई बातो पर निर्भर करता है विशेष रूप से पूजा-पंडित जी पर।
वट वृक्ष या पीपल विवाह पूजा उज्जैन
यदि कुंभ विवाह संभव न हो, तो वट (बड़) वृक्ष या पीपल के पेड़ से प्रतीकात्मक विवाह करें। यह उपाय मंगल की अतिरिक्त ऊर्जा को प्रकृति में संतुलित करता है, क्योंकि वृक्ष स्थिरता और दीर्घायु का प्रतीक हैं। विवाह के बाद पेड़ की देखभाल करें।
विधि: पेड़ को दूल्हा बनाएं, फेरे लें और फिर पेड़ को पानी दें। स्वास्थ्य और रिश्तों में स्थिरता आती है। इसे अष्टम भाव के मंगल के लिए विशेष बताया गया है।
मांगलिक दोष पूजा के अन्य उपाय
1. मंगल भात पूजा: उज्जैन के मंगलनाथ मंदिर में यह विशेष पूजा कराएं, जो मंगल ग्रह को सीधे प्रसन्न करती है। इसमें अभिषेक, हवन और मंत्र जाप शामिल होता है। इस पूजा में सफ़ेद भात को मंगल देव को अर्पित किया जाता है।
विधि: पंडित के साथ 108 बार मंगल मंत्र जपें। लाभ: विवाह में बाधाएं दूर होती हैं और करियर में सफलता मिलती है। ऑनलाइन बुकिंग भी उपलब्ध है।
2. हनुमान जी की उपासना: मंगलवार को हनुमान चालीसा का 1001 बार पाठ करें और चौला चढ़ाएं। हनुमान जी मंगल के देवता हैं, इसलिए यह उपाय क्रोध और दोष को नियंत्रित करता है। यह उपाय विशेष प्रभावी है।
विधि: मंदिर में सिंदूर चढ़ाएं और राम भजन गाएं। लाभ:- मानसिक शांति और शादी के योग बनते हैं।
3. मंगल मंत्र जाप: रोजाना “ॐ क्रां क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः” का 108 बार जाप करें। यह मंगल को प्रसन्न करता है। इसे सुबह करें। लाभ: ऊर्जा संतुलित होती है।
4. मंगलवार व्रत: 21 मंगलवार व्रत रखें, सात्विक भोजन करें। शाम को लाल फूल चढ़ाएं।
मांगलिक लड़के की शादी कब करनी चाहिए? शुभ समय और ज्योतिषीय सलाह
मंगल दोष निवारण पूजा के लिए सबसे शुभ समय, इन दिनों पूजा करने से फल शीघ्र मिलता है।
- मंगलवार
- नवरात्रि के दिन
- पूर्णिमा या अमावस्या तिथि
- मकर या कुंभ संक्रांति के दिन
उज्जैन में मांगलिक दोष पूजा बुक कैसे करें?
अगर आपकी या आपके परिवार में किसी की कुंडली में मंगल दोष है, तो अनुभवी पंडितों द्वारा उज्जैन में वैदिक विधि से मंगल दोष निवारण पूजा कराएं। यह पूजा न केवल विवाह में आने वाली अड़चनें दूर करती है बल्कि जीवन में नई ऊर्जा भी लाती है, अभी कॉल करें और पूजा की बुकिंग निश्चित करें