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ग्रहण दोष से मुक्ति हेतु उज्जैन मे यहाँ होती है पूजा

वैदिक शास्त्रो मे कई ऐसे योगो और दोषो का वर्णन मिलता है जो यदि व्यक्ति की जन्मकुंडली मे हो तो व्यक्ति के जीवन को कठिन और संघर्षपूर्ण बना देते है, कहा जाता है कि मनुष्य के जीवन में आने वाले सुख-दुख, लाभ-हानि, कीर्ति-अपयश, स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां (रोग), ये सभी, ग्रह व नक्षत्रों की गति पर निर्भर करते हैं। वैदिक ज्योतिष में ऐसे अनेक योग व दोष का विस्तार से वर्णन किया गया है, जो यदि किसी जातक की जन्मकुंडली में हो तो उनके जीवन में,  बुरे परिणाम दे सकते हैं। इन्हीं में से एक दोष है ग्रहण दोष, आज हम इस लेख में ग्रहण दोष के बारे मे विस्तार से बताएँगे।

ग्रहण दोष क्या होता है?

ग्रहण दोष तब बनता है जब सूर्य या चंद्रमा राहु या केतु के साथ युति करते हैं। ज्योतिष में राहु और केतु को छाया ग्रह माना जाता है, और जब वे सूर्य या चंद्रमा को ग्रहण करते हैं, तो यह नकारात्मक प्रभाव पैदा कर सकता है। आसान शब्दो मे कहा जाए तो ग्रहण योग उस स्थिति में बनता है, जब कुंडली के द्वादश भावों में से किसी एक भाव में सूर्य अथवा चन्द्रमा के साथ राहु व केतु (छाया ग्रह) में से कोई एक साथ बैठा हो या फिर सूर्य या चन्द्रमा के घर में राहु और केतु में से कोई मौजूद हो, अगर इनमें से किसी प्रकार की स्थिति किसी भी व्यक्ति की कुंडली में बन रही है तो इसे ग्रहण योग कहेंगे।

ग्रहण दोष के मुख्यतः दो प्रकार होते है, चन्द्र ग्रहण और सूर्य ग्रहण इनके बारे मे हम इस लेख मे आगे समझेंगे।

ग्रहण दोष के प्रभाव

अगर आपकी कुंडली मे भी ग्रहण दोष है तो आपको जल्दी से जल्दी पंडित सुरेश शर्मा जी से ग्रहण दोष शांति पूजा करवानी चाहिए नहीं तो ग्रहण दोष आपके जीवन के विभिन्न पहलुओं को प्रभावित कर सकता है, जैसे:

  • स्वास्थ्य: ग्रहण दोष स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। यह व्यक्ति को बीमारियों, चोटों और मानसिक तनाव के प्रति अधिक संवेदनशील बना सकता है।
  • रिश्ते: ग्रहण दोष रिश्तों में तनाव पैदा कर सकता है। यह व्यक्ति को दूसरों के साथ संवाद करने में कठिनाई पैदा कर सकता है और गलतफहमी पैदा कर सकता है। व्यक्ति के सम्मान मे भी कमी आती है, और घर मे हमेशा नोक झोक होती रहती है।
  • वित्त: ग्रहण दोष वित्तीय समस्याओं का कारण बन सकता है। यह व्यक्ति को नौकरी खोने, पैसे खोने या अप्रत्याशित खर्चों का सामना करने का कारण बन सकता है। व्यापार मे हानी होने का खतरा बहुत ज्यादा रहता है।
  • कॅरियर: ग्रहण दोष करियर में बाधाएं पैदा कर सकता है। यह व्यक्ति को नौकरी खोजने में कठिनाई, पदोन्नति में बाधा या व्यवसाय में असफलता का सामना करने का कारण बन सकता है। नौकरी जाने का खतरा बना रहता है।

ग्रहण दोष के लक्षण

ग्रहण दोष के लक्षण निम्नलिखित होते है,

  • जातक के विवाह मे देरी होना।
  • अनिश्चित और धुंधला भविष्य।
  • स्त्री को गर्भावस्था मे समस्ये आना।
  • आर्थिक स्थिति मे गिरबट।
  • व्यापार मे लगातार हानी का सामना करना व असफल होना।
  • स्वास्थ्य संबन्धित समस्याए।
  • घर मे तनाव का महोल बना रहता है।

ग्रहण दोष दूर करने के उपाय 

ग्रहण दोष दूर करने के उपाय 

ग्रहण दोष के ये उपाय आपको सिर्फ कुछ समय के लिए ही शांति दे सकते है, ग्रहण दोष को हमेशा दूर करने के लिए ग्रहण दोष शांति पूजा सबसे अच्छा उपाय है।

  • यदि आपकी कुंडली में सूर्य ग्रहण दोष है तो आपको सूर्योदय के समय गायत्री मंत्र का 108 बार जप करना चाहिए और सूर्य ग्रहण दोष मंत्र का जाप करते हुए अर्घ्य देना चाहिए।
  • यदि कुंडली में सूर्य ग्रहण योग या पितृ दोष हो तो किसी से भी कोई वस्तु बिना पैसों के नहीं लेनी चाहिए और नेत्रहीनों की सहायता करनी चाहिए।
  • अपनी कुंडली में चंद्र ग्रह के बुरे प्रभावों को कम करने के लिए आप हर सोमवार को 108 बार “ओम सोमाय नमः” या “ओम चंद्राय नमः” जैसे चंद्र मंत्रों का जाप कर सकते हैं।
  • आप प्रत्येक सोमवार को निर्धारित समय के दौरान गरीब और जरूरतमंद लोगों को दूध का दान भी कर सकते हैं।
  • ग्रहण के दौरान कुछ विशेष मंत्रों का जाप करना भी ग्रहण दोष से बचने का एक प्रभावी उपाय माना जाता है।
  • ग्रहण के बाद स्नान करना भी ग्रहण दोष से बचने का एक उपाय माना जाता है।
  • ग्रहण के दौरान दान करना पुण्य माना जाता है। आप गरीबों को भोजन, कपड़े या पैसे दान कर सकते हैं।
  • पूर्णिमा की रात चांदी के प्याले में शहद और हल्दी मिलाकर दूध पीना।

ग्रहण दोष पूजा क्यो की जाती है?

ग्रहण दोष एक बहुत ही ज्यादा खतरनाक दोष होता है और ग्रहण दोष के दुष्प्रभाव को सदैव के लिए समाप्त करने के लिए ग्रहण दोष पूजा की जाती है। यह पूजा कराने से आपके जरूरी कार्य संपन्‍न होते हैं। इस पूजा के प्रभाव से आपके जितने भी रुके हुए काम हैं वो पूरे हो जाते हैं। शारीरिक और मानसिक चिंताएं दूर होती हैं, और व्यवसाय मे हानी की जगह लाभ होने लगता है।

अगर आप भी ग्रहण दोष पूजा करवाना चाहते है तो अभी उज्जैन के प्रसिद्ध ज्योतिष पंडित सुरेश शर्मा जी से संपर्क कर सकते है और अपने जीवन मे आ रही सारी समस्याओ से छुटकारा पा सकते है।

ग्रहण दोष पूजा उज्जैन मे कितना खर्च आता है?

ग्रहण दोष पूजा उज्जैन मे कितना खर्च आता है?

अगर आप उज्जैन नगरी मे ग्रहण दोष पूजा सम्पन्न कराते है तो इसमे आपका 2500 से 3500 रुपये तक का खर्च आ सकता है, जिसमे आपकी सम्पूर्ण पूजा सामग्री सहित सम्पन्न हो जाएगी। पूजन की अधिक जानकारी हेतु आप पंडित जी से संपर्क कर सकते और पंडित जी से बात करके आप अपनी पूजा घर से ही बुक कर सकते है और खर्चे के बारे मे अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते है।

पंडित सुरेश शर्मा  जी द्वारा उज्जैन मे ग्रहण दोष पूजा हेतु वर्ष भर लोग आते है, और अपनी परेशानियों से मुक्ति पाते है, आप भी अगर किसी दोष से परेशान है और अपने बिगड़े काम बनाने हेतु उज्जैन मे पूजा करना चाहते है तो अभी पंडित जी से बात करे और नि:शुल्क परामर्श ले।

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