शंखपाल कालसर्प दोष: मुक्ति के असरदार उपाय
हिन्दू ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार शंखपाल कालसर्प दोष तब बनता है जब किसी व्यक्ति की कुंडली में सभी ग्रह राहु और केतु के बीच स्थित होते हैं और केतु चौथे भाव (सुख भाव) में और राहु दशवें भाव (कार्य भाव) में होते हैं। इस दोष का सीधा प्रभाव व्यक्ति के पारिवारिक जीवन, आर्थिक स्थिति, करियर…