मंगल दोष पूजा कहाँ होती है?

मंगल दोष पूजा कहाँ होती है? जाने सबसे प्रभावी स्थान और मंदिर

मंगल दोष केवल एक ग्रह योग नहीं बल्कि जीवन के कई क्षेत्रों को प्रभावित करने वाला दोष है। इससे छुटकारा पाने के लिए पूजा सही स्थान पर, सही पंडित और सही विधि से करनी चाहिए। उज्जैन, त्र्यंबकेश्वर, और काशी जैसे स्थान मंगल शांति पूजा के लिए सर्वोत्तम हैं। उज्जैन में पूजा करवाना सबसे प्रभावशाली माना गया है क्योंकि यहां मंगल देव का विशेष स्थान है।

मंगल दोष व्यक्ति के जीवन में कई तरह के संकट और परेशानियाँ पैदा करता है जिसके कारण व्यक्ति का मन उदास और तनाव ग्रस्त रहता है। इस दोष के दुष्प्रभावों को शांत करने के लिए उज्जैन में मंगल दोष पूजा करायी जाती है जो वहाँ के अनुभवी पंडितो द्वारा विधिवत रूप से सम्पन्न कराई जाती है।

मंगल दोष पूजा क्या होती है? इसका महत्व क्या है?

वैदिक शास्त्र में मंगल दोष पूजा एक विशेष अनुष्ठान है जो व्यक्ति की कुंडली में स्थित मंगल ग्रह की अशुभता को दूर करने और उसकी सकारात्मक शक्ति को बढ़ाने के लिए की जाती है। इस पूजा में मंत्रोच्चार, हवन, और दान का अधिक महत्व होता है। मुख्य रूप से यह पूजा अनुभवी पंडित द्वारा जन्म कुंडली देखकर की जाती है ताकि ग्रहों की स्थिति के अनुसार सही विधि अपनाई जा सके

मंगल दोष पूजा कहाँ होती है? पूजा के प्रमुख धार्मिक स्थल कौन-कौन से है?

भारत में कई ऐसे पवित्र स्थान हैं जहाँ मंगल दोष पूजा करने से शीघ्र फल प्राप्त होता है। लेकिन इनमें उज्जैन, नासिक (त्र्यंबकेश्वर), और काशी को सबसे प्रभावी माना गया है।

आइए एक-एक कर इनके महत्व को समझते हैं।

उज्जैन में मंगल दोष पूजा:- मंगल दोष निवारण का एकमात्र प्रभावी स्थान

उज्जैन को मंगल ग्रह का जन्मस्थान माना जाता है। यहां स्थित मंगलनाथ मंदिर पूरे भारत में प्रसिद्ध है। यह वही स्थान है जहां से मंगल ग्रह का उद्भव हुआ था, और यही कारण है कि उज्जैन में की गई मंगल दोष पूजा का प्रभाव अन्य किसी भी स्थान से कई गुना अधिक माना जाता है। यहां की पूजा विधि विशेष होती है।

  • उज्जैन के अनुभवी पंडित कुंडली देखकर पूजा करते हैं।
  • मंगल बीज मंत्र का जाप और शांति हवन कराया जाता है।
  • अंत में लाल वस्त्र, मसूर दाल, तांबे का दान और मंगल देव की आरती की जाती है।

उज्जैन में मंगल दोष पूजा कराने से मिलने वाले लाभ

  • विवाह में आ रही अड़चनें दूर होती हैं।
  • वैवाहिक जीवन में प्रेम और स्थिरता आती है।
  • क्रोध और नकारात्मक ऊर्जा कम होती है।
  • जीवन में मंगल ग्रह की शुभता बढ़ती है।

यदि आपकी कुंडली में मंगल दोष है, तो उज्जैन के मंगलनाथ मंदिर में पूजा करवाना सबसे उत्तम माना गया है। यहाँ की गई पूजा से न केवल दोष शांत होता है बल्कि जीवन में शांति और स्थिरता आती है। आज ही उज्जैन के योग्य पंडित सुरेश शर्मा जी से संपर्क करें और उज्जैन में दोष का निवारण सही स्थान पर करें।

त्र्यंबकेश्वर (नासिक, महाराष्ट्र) — ग्रह शांति के लिए प्रसिद्ध स्थान

महाराष्ट्र के नासिक जिले में स्थित त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग भी मंगल दोष पूजा के लिए अत्यंत प्रभावी स्थल है। यहां कालसर्प दोष, राहु शांति, और मंगल शांति पूजा के लिए लाखों श्रद्धालु प्रतिवर्ष आते हैं। यहाँ की गई पूजा बहुत प्रभावी होती है। त्र्यंबकेश्वर में पूजा विशेष विधि से होती है —

  • पंडित जन्म कुंडली देखकर हवन विधि तैयार करते हैं।
  • पूजा के अंत में ब्राह्मण भोजन और तांबे का दान कराया जाता है।
    यह स्थान शिवशक्ति की उपस्थिति वाला स्थल है, इसलिए यहां की पूजा अत्यंत फलदायी होती है।

काशी (वाराणसी) — ग्रह दोष निवारण का प्राचीन केंद्र

  • वाराणसी या काशी भगवान शिव की नगरी है।
  • यहां कई प्राचीन पंडित और विद्वान मंगल दोष निवारण पूजा करवाते हैं।
  • काशी में की गई पूजा का विशेष महत्व है क्योंकि यहां शिव और मंगल दोनों की कृपा प्राप्त होती है।
  • यह पूजा भी वैदिक विधि से की जाती है जिसमें मंगल कवच पाठ और मंत्र जाप शामिल होता है।

मंगल दोष पूजा कब करानी चाहिए?

दोष निवारण पूजा का समय भी उतना ही महत्वपूर्ण है जितना स्थान। मंगल दोष पूजा के लिए सर्वोत्तम समय होता है:

  • मंगलवार का दिन
  • चैत्र, वैशाख और श्रावण माह
  • या जब आपकी कुंडली में मंगल की दशा या अंतर्दशा चल रही हो

यदि विवाह में अड़चनें लगातार आ रही हों या विवाह के बाद कलह बढ़ गया हो, तो यह संकेत है कि आपको मंगल शांति पूजा करवानी चाहिए।

मंगल दोष पूजा के लाभ कौन-कौन से है?

  • विवाह संबन्धित समस्याएँ जैसे:- विवाह में हो रही देरी और सभी अडचने समाप्त होती है
  • पति-पत्नी के बीच प्रेम बढ़ता है।
  • आर्थिक और मानसिक स्थिरता मिलती है।
  • क्रोध और असंतुलन कम होता है।
  • मंगल ग्रह शुभ फल देने लगता है।

उज्जैन में मंगल दोष पूजा क्यों सबसे प्रभावी मानी जाती है?

  • उज्जैन में भगवान मंगलनाथ मंदिर स्वयं मंगल ग्रह का जन्मस्थान है।
  • यहां के पंडित वैदिक विधियों से शांति हवन कराते हैं।
  • महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग की कृपा से यहां की पूजा का फल कई गुना बढ़ जाता है।
  • यहां आने वाले श्रद्धालुओं ने अनुभव किया है कि उनकी वैवाहिक और पारिवारिक बाधाएं समाप्त हो गईं।

उज्जैन में मंगल दोष पूजा बुकिंग के लिए संपर्क कैसे करें?

अगर आप मंगल दोष के कारण परेशान हैं या विवाह में अड़चनें आ रही हैं, तो उज्जैन में अनुभवी पंडितों द्वारा मंगल दोष निवारण पूजा पूरे विधि-विधान के साथ सम्पन्न करायी जाती है। यदि आप इस दोष से छुटकारा चाहते है तो अपनी पूजा उज्जैन में बुक करा सकते हैं।
यहां आपकी कुंडली के अनुसार विधिवत पूजा की जाती है ताकि मंगल ग्रह का प्रभाव पूरी तरह शांत हो सके और आपका जीवन सुख-समृद्धि से भरा रहे। नीचे दिये गए नंबर पर कॉल करें और अपनी पूजा की जानकारी प्राप्त करें।

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