मंगल भात पूजा क्या है? उज्जैन में क्यो की जाती है ये पूजा
मंगल भात पूजा, जो विशेष रूप से मंगल दोष के निवारण के लिए की जाती है, ये एक शक्तिशाली वैदिक अनुष्ठान है जो जीवन की बाधाओं को दूर करता है और सुख-समृद्धि लाता है। यह पूजा उन लोगों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है जिनकी कुंडली में मंगल भारी रहता है, जिसे ज्योतिष शास्त्र में मंगल दोष के रूप में जाना जाता है।
Contents
- 1 मंगल दोष क्या है? कुंडली में मंगल के अशुभ प्रभाव और इसके नकारात्मक परिणाम
- 2 मंगल भात पूजा क्या है?
- 3 मंगल भात पूजा की विधि: मंगल दोष को शांत करने का अनुष्ठान
- 4 मंगल भात पूजा के उपाय कौन-कौन से है?
- 5 मंगल भात पूजा करने से कौन-कौन से लाभ मिलते है?
- 6 उज्जैन भात पूजा के लिए क्यो है सबसे शुभ और पवित्र स्थल?
- 7 2025 में मंगल भात पूजा के लिए शुभ तिथियां और मुहूर्त क्या है?
- 8 उज्जैन में मंगल भात पूजा का खर्च कितना है?
- 9 उज्जैन में मंगल भात पूजा की बुकिंग: ऑनलाइन और ऑफलाइन
मंगल दोष क्या है? कुंडली में मंगल के अशुभ प्रभाव और इसके नकारात्मक परिणाम
मंगल दोष, जिसे ज्योतिष शास्त्र में मंगलीक दोष या मंगल भारी के रूप में भी जाना जाता है, तब बनता है जब मंगल ग्रह कुंडली के प्रथम, चतुर्थ, सप्तम, अष्टम, या द्वादश भाव में अशुभ स्थिति में होता है। मंगल ग्रह साहस और ऊर्जा का कारक है, लेकिन इसकी अशुभ स्थिति जीवन में कई समस्याएं उत्पन्न कर सकती है, जैसे:
- वैवाहिक जीवन में समस्याएं: विवाह में देरी, दांपत्य जीवन में तनाव, या रिश्तों में असंतुलन।
- स्वास्थ्य समस्याएं: रक्तचाप, चोट, सर्जरी, या त्वचा संबंधी रोग।
- आर्थिक अस्थिरता: अनावश्यक खर्च, कर्ज, और वित्तीय नुकसान।
- मानसिक तनाव और क्रोध: अत्यधिक गुस्सा, आक्रामकता, और निर्णय लेने में गलतियां।
- करियर में रुकावटें: नौकरी या व्यवसाय में असफलता और प्रगति में देरी।
मंगल भात पूजा क्या है?
मंगल भात पूजा एक वैदिक अनुष्ठान है जो मंगल ग्रह के अशुभ प्रभावों को शांत करता है और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा लाता है। उज्जैन में मंगलनाथ मंदिर, जिसे पुराणों में मंगल की जननी कहा गया है, इस पूजा के लिए सबसे प्रभावी स्थान है, क्योंकि यह मंगल ग्रह का जन्मस्थान माना जाता है। इस पूजा को उज्जैन में करने से विशेष पुण्य और अभीष्ट फल प्राप्त होता है।
उज्जैन में मंगल भात पूजा एक शक्तिशाली वैदिक अनुष्ठान है जो मंगल दोष के नकारात्मक प्रभावों को शांत करता है और जीवन में सुख, समृद्धि, और शांति लाता है। मंगलनाथ मंदिर की पवित्रता, महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग की दिव्य ऊर्जा, और क्षिप्रा नदी की शुद्धता इस पूजा को और भी प्रभावशाली बनाती है।
मंगल भात पूजा की विधि: मंगल दोष को शांत करने का अनुष्ठान
उज्जैन में मंगल भात पूजा एक विशेष वैदिक अनुष्ठान है, जो अनुभवी पंडितों द्वारा 2-4 घंटे में संपन्न कराया जाता है। यह पूजा विशेष रूप से मंगलनाथ मंदिर, महाकालेश्वर मंदिर, या क्षिप्रा नदी के तट पर की जाती है। इसकी प्रक्रिया निम्नलिखित चरणों में होती है:
- संकल्प (प्रतिज्ञा): पूजा की शुरुआत भगवान गणेश और माता गौरी की पूजा के साथ होती है। पंडित आपके नाम, गोत्र, और पूजा के उद्देश्य का उल्लेख करते हैं।
- मंगल पूजा: मंगल ग्रह को प्रसन्न करने के लिए “ॐ अं अंगारकाय नमः” मंत्र का जाप किया जाता है।
- हनुमान पूजा: हनुमान जी, जो मंगल ग्रह के अधिपति माने जाते हैं, की पूजा की जाती है। हनुमान चालीसा और बजरंग बाण का पाठ भी किया जाता है।
- नवग्रह पूजा: नौ ग्रहों की पूजा की जाती है, जिसमें मंगल ग्रह पर विशेष ध्यान दिया जाता है।
- रुद्राभिषेक: भगवान शिव का रुद्राभिषेक किया जाता है, जिसमें शिवलिंग पर दूध, दही, शहद, और जल चढ़ाया जाता है।
- हवन: लाल चंदन, घी, और काले तिल के साथ हवन किया जाता है, जो मंगल दोष को नष्ट करता है।
- क्षिप्रा नदी में विसर्जन: पूजा के अंत में सामग्री को क्षिप्रा नदी में विसर्जित किया जाता है, जो अनुष्ठान को पूर्ण करता है।
मंगल भात पूजा के उपाय कौन-कौन से है?
मंगल भात पूजा के प्रभाव को ओर स्धिक प्रभावशाली बनाने के लिए निम्नलिखित उपाय करें:
- मंगल मंत्र जाप: “ॐ अं अंगारकाय नमः” मंत्र का 108 बार जाप करें, विशेष रूप से मंगलवार को।
- हनुमान चालीसा पाठ: प्रत्येक मंगलवार को हनुमान चालीसा या बजरंग बाण का पाठ करें।
- मूंगा दान: मंगल ग्रह को मजबूत करने के लिए मूंगा रत्न या लाल कपड़ा दान करें।
- महामृत्युंजय मंत्र: “ॐ त्र्यम्बकं यजामहे…” मंत्र का 108 बार जाप करें, विशेष रूप से भौम प्रदोष पर।
- मंगलवार व्रत: मंगल ग्रह को शांत करने के लिए मंगलवार का व्रत करें और हनुमान मंदिर में तेल का दीपक जलाएं।
मंगल भात पूजा करने से कौन-कौन से लाभ मिलते है?
उज्जैन में मंगल भात पूजा करने से कई लाभ प्राप्त होते हैं, जो आपके जीवन को सकारात्मक दिशा दे सकते हैं:
- वैवाहिक सुख और सामंजस्य: विवाह में देरी और दांपत्य जीवन में तनाव कम होता है, और रिश्तों में मधुरता आती है।
- स्वास्थ्य में सुधार: रक्तचाप, चोट, और मंगल-संबंधी स्वास्थ्य समस्याओं से मुक्ति मिलती है।
- आर्थिक स्थिरता और समृद्धि: अनावश्यक खर्च और कर्ज कम होते हैं, और धन लाभ के अवसर बढ़ते हैं।
- मानसिक शांति और संतुलन: क्रोध और आक्रामकता कम होती है, जिससे निर्णय लेने की क्षमता बेहतर होती है।
- करियर और व्यवसाय में प्रगति: नौकरी और व्यवसाय में बाधाएं दूर होती हैं, और सफलता के नए द्वार खुलते हैं।
- आध्यात्मिक उन्नति: भगवान शिव और हनुमान जी की कृपा से आत्मिक शांति और आत्मविश्वास प्राप्त होता है।
उज्जैन भात पूजा के लिए क्यो है सबसे शुभ और पवित्र स्थल?
उज्जैन को सनातन धर्म में विशेष स्थान प्राप्त है क्योंकि यहां स्थित है महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग, जहां की आध्यात्मिक ऊर्जा हर पूजा को अत्यधिक प्रभावशाली बनाती है। यही कारण है कि हजारों लोग हर वर्ष मंगल भात पूजा उज्जैन में करवाने आते हैं, ताकि उनके जीवन की नई शुरुआत मंगलमय हो।
2025 में मंगल भात पूजा के लिए शुभ तिथियां और मुहूर्त क्या है?
मंगल भात पूजा का प्रभाव तब और बढ़ जाता है जब इसे मंगलवार, भौम प्रदोष, या अन्य शुभ तिथियों में किया जाए। 2025 में निम्नलिखित तिथियां और मुहूर्त विशेष रूप से शुभ हैं:
- भौम प्रदोष 2025: 14 जनवरी, 11 फरवरी, 11 मार्च, 8 अप्रैल, 6 मई, 3 जून, 29 जुलाई, 26 अगस्त, 23 सितंबर, 21 अक्टूबर, 18 नवंबर, और 16 दिसंबर। सुबह 6:00 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक (राहु काल को छोड़कर)।
- महाशिवरात्रि 2025: 27 फरवरी 2025, सुबह 7:00 बजे से दोपहर 1:00 बजे तक। भगवान शिव की पूजा के लिए यह दिन अत्यंत शुभ है।
- सावन मास (जुलाई-अगस्त 2025): यह मास भगवान शिव को समर्पित है। सुबह 6:00 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक का समय शुभ है।
- अन्य शुभ तिथियां:
- जनवरी 2025: 7, 14, 21, 28।
- मार्च 2025: 4, 11, 18, 25।
- अप्रैल 2025: 1, 8, 15, 22, 29।
- जुलाई 2025: 1, 8, 15, 22, 29।
उज्जैन में मंगल भात पूजा का खर्च कितना है?
उज्जैन में मंगल भात पूजा की लागत निम्नलिखित कारकों पर निर्भर करती है:
- सामान्य पूजा: 2,100 रुपये से 3,500 रुपये (एक पंडित द्वारा, मंगलनाथ मंदिर या राम घाट पर)।
- विशेष पूजा: 5,100 रुपये से अधिक (एकाधिक पंडितों द्वारा, अधिक मंत्र जाप और हनुमान पूजा के साथ)।
उज्जैन में मंगल भात पूजा की बुकिंग: ऑनलाइन और ऑफलाइन
मंगल भात पूजा एक प्रभावशाली और महत्वपूर्ण पूजा-विधि है जो विशेष रूप से उज्जैन में अनुभवी पंडितो द्वारा सम्पन्न कराई जाती है। उज्जैन जैसे पवित्र नगर में यह पूजा करवाने से इसका प्रभाव कई गुना अधिक हो जाता है। अगर आप विवाह में शुभता, शांति चाहते हैं, तो उज्जैन में पंडित जी द्वारा विधिवत मंगल भात पूजा अवश्य करवाएं।