नवग्रह दोष शांति पूजा उज्जैन

पंडित सुरेश शर्मा जी, पिछले 25 वर्षों से अधिक समय से नवग्रह दोष पूजा और अन्य दोष निवारण शांति पूजा सफलता से कराते आ रहे हैं। यदि आप भी अपनी पूजा सफल बनाना चाहते है तो आज ही अपनी पूजा बुकिंग के लिए संपर्क करें। 

जाने क्या होता है नवग्रह दोष?

नवग्रह (सूर्य, चंद्रमा, मंगल, बुध, बृहस्पति, शुक्र, शनि, राहु और केतु) ये नौ ग्रह हमारे जीवन के हर हिस्से को प्रभावित करते हैं। जब इनमें से एक या एक से अधिक ग्रह कुंडली में नीच स्थिति में हो, अशुभ भावों में स्थित हों, या आपस में शत्रुता की स्थिति में हों, तब नवग्रह दोष उत्पन्न होता है। यह दोष व्यक्ति के जीवन में अनेक प्रकार की समस्याएँ, स्वास्थ्य समस्याएं, विवाह में रुकावटें, संतान सुख में कमी, आर्थिक अस्थिरता, मानसिक तनाव, और कार्यों में विफलता लाता है।

नवग्रह दोष के लक्षण कौन-कौन से है?

अगर आपकी कुंडली में नवग्रह दोष है, तो आपको निम्न समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है:

  • किसी भी काम में बार-बार असफलता मिलना। 

  • विवाह या संतान से जुड़ी रुकावटें आना। 

  • धन की हानि और कर्ज का बढ़ना। 

  • लगातार बीमारी या दुर्घटनाएँ होना। 

  • मानसिक तनाव और अशांति का बढ़ना। 

  • करियर में बार-बार बाधाएँ आना। 

  • व्यापार में नुकसान या रुकावट होना। 

नवग्रह दोष के उपाय कौन-कौन से है?

  • नवग्रह मंत्रों का नियमित जाप करना। 

  • प्रत्येक ग्रह की संबंधित वस्तुओं का दान करें। 

  • उपवास और व्रत का पालन करें। 

  • रत्न धारण करना (ज्योतिष परामर्श अनुसार)। 

  • महाकालेश्वर मंदिर में अभिषेक कराना। 

नवग्रह शांति पूजा क्या है?

नवग्रह दोष शांति पूजा एक वैदिक अनुष्ठान है जो नौ ग्रहों की नकारात्मक स्थिति या दोष (जैसे सूर्य दोष, मंगल दोष, शनि की साढ़े साती, राहु-केतु दोष) को शांत करने के लिए किया जाता है। ये ग्रह कुंडली में विभिन्न भावों और दशाओं के माध्यम से स्वास्थ्य, धन, करियर, वैवाहिक सुख और आध्यात्मिक विकास को प्रभावित करते हैं। यह पूजा ग्रहों की नकारात्मक ऊर्जा को कम करती है और उनके शुभ प्रभाव को बढ़ाती है।

नवग्रह शांति पूजा में नौ ग्रहों की पूजा एवं आराधना की जाती है। इस पूजा का मुख्य उद्देश्य नवग्रहों के दोषों को शांत करना और उनके अशुभ प्रभावों को कम करना होता है। उज्जैन में यह पूजा विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि भगवान महाकालेश्वर और क्षिप्रा नदी की आध्यात्मिक शक्ति इसे प्रभावी बनाती है।

नवग्रह शांति पूजा उज्जैन

नवग्रह शांति पूजा क्यों की जाती है?

नवग्रह शांति पूजा मुख्य रूप से नौ ग्रहों की शांति और आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए की जाती है। ज्योतिष में, ग्रहों को हमारे जीवन पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालने वाला माना जाता है। जब ग्रह अनुकूल होते हैं, तो वे हमें सफलता, समृद्धि और खुशी प्रदान करते हैं। लेकिन जब ग्रह प्रतिकूल होते हैं, तो वे हमें स्वास्थ्य, धन, रिश्ते, और करियर में बाधाएं और परेशानियां दे सकते हैं।

नवग्रह शांति पूजा सम्पन्न कराने से आपके महत्‍वपूर्ण कार्य संपन्‍न होते हैं। इस पूजा के प्रभाव से आपके जितने भी रुके हुए काम हैं वो पूरे हो जाते हैं। शारीरिक और मानसिक चिंताएं दूर होती हैं। नौकरी, करियर और जीवन में आ रही सभी प्रकार की बाधाएं दूर होती है। यह पूजा जीवन की समस्त बाधाओं को दूर करने और सकारात्मकता लाने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जाती है। 

उज्जैन में नवग्रह दोष शांति पूजा क्यों है विशेष?

उज्जैन, भगवान महाकालेश्वर की नगरी, भारत का एक प्रमुख ज्योतिषीय और आध्यात्मिक केंद्र है। यहाँ नवग्रह मंदिर, काल भैरव मंदिर, और महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग जैसे दिव्य स्थान हैं, जो ग्रह दोष शांति के लिए अत्यंत प्रभावशाली माने जाते हैं।

उज्जैन की मुख्य विशेषताएं:

  • हजारों वर्षों से जारी वैदिक पूजा पद्धति

  • ग्रहों से जुड़ी विशेष यज्ञ और हवन प्रक्रिया

  • अनुभवी विद्वानों द्वारा व्यक्तिगत कुंडली के अनुसार पूजा

  • महाकालेश्वर की ऊर्जा से दोषों का शमन और जीवन में स्थिरता

नवग्रह दोष शांति पूजा

नवग्रह शांति मंत्र कौन से है?

ऊँ ब्रह्मामुरारि त्रिपुरान्तकारी भानु: शशि भूमि सुतो बुधश्च।

गुरुश्च शुक्र: शनि राहु केतव: सर्वेग्रहा: शान्ति करा: भवन्तु।।

नवग्रह शांति पूजा विधि क्या है?

नवग्रह शांति पूजा आमतौर पर किसी योग्य पंडित द्वारा कराई जाती है। पूजा में नौ ग्रहों के मंत्रों का जाप, हवन और दान शामिल होते हैं। पूजा के लिए आवश्यक सामग्री में फल, फूल, दीप, अगरबत्ती, मिठाई, पंचामृत, नारियल, सुपारी, धूप, दीप आदि शामिल होते हैं। पूजा का समय व्यक्ति की जन्म कुंडली और ग्रहों की स्थिति के अनुसार तय किया जाता है।

उज्जैन में नवग्रह दोष शांति पूजा की प्रक्रिया निम्नलिखित चरणों में पूरी होती है:

  1. क्षिप्रा नदी में स्नान: आत्मिक और शारीरिक शुद्धि के लिए।

  2. संकल्प और गणेश पूजा: बाधाओं को दूर करने के लिए गणेश जी की पूजा।

  3. नवग्रह पूजा: प्रत्येक ग्रह के लिए विशेष मंत्र जाप और हवन, जैसे:

    • सूर्य: ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं सः सूर्याय नमः

    • चंद्र: ॐ सों सोमाय नमः

    • मंगल: ॐ क्रां क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः

    • और अन्य ग्रहों के मंत्र।

  4. महामृत्युंजय जाप: स्वास्थ्य और दीर्घायु के लिए (ॐ त्र्यम्बकं यजामहे…)।

  5. विसर्जन: पूजा सामग्री और नवग्रह यंत्र का क्षिप्रा नदी में विसर्जन।

  6. दान और दक्षिणा: प्रत्येक ग्रह के लिए विशिष्ट दान, जैसे तांबा (सूर्य), चावल (चंद्र), लाल चंदन (मंगल), आदि। अवधि: 2-3 घंटे।

नवग्रह दोष शांति पूजा का खर्च

उज्जैन में यह पूजा आमतौर पर ₹2,100 से ₹5,000 तक की जाती है। यह एक अनुमानित पूजा खर्च है पूजा खर्च के बारे में सटीक जानकारी प्राप्त करने के लिए उज्जैन के अनुभवी पंडित जी से अभी संपर्क करें। नवग्रह शांति पूजा का खर्च इस बात पर निर्भर करता है:

  • मंत्र जाप की संख्या

  • पूजा की अवधि

  • पंडितों की संख्या

  • उपयोग की जाने वाली सामग्री

नवग्रह शांति पूजा के लाभ कौन-कौन से है?

नवग्रह शांति पूजा के मुख्य लाभों में शामिल हैं:

  • नवग्रह शांति पूजा से एक ग्रह नहीं बल्कि पूरे नौ ग्रह प्रसन्‍न होते हैं और आपको एकसाथ नौ ग्रहों की कृपा प्राप्‍त होती है।
  • नवग्रह शांति पूजा  ग्रहों के नकारात्मक प्रभावों को कम करने और उनके शुभ प्रभावों को बढ़ाने में मदद करती है।
  • नवग्रह शांति पूजा से ग्रहों की कृपा प्राप्त होती है, जिसके फलस्वरूप जीवन में सफलता प्राप्त करने में मदद मिलती है। यह पूजा करियर, शिक्षा, व्यवसाय, स्वास्थ्य, धन आदि सभी क्षेत्रों में सफलता प्राप्त करने में सहायक होती है।
  • नवग्रह शांति पूजा से मन को शांति और स्थिरता प्राप्त होती है। यह पूजा तनाव, चिंता और भय को दूर करने में सहायक होती है।
  • नवग्रह शांति पूजा से स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से मुक्ति पाने में मदद मिलती है। यह पूजा रोगों से बचाव करती है और शरीर को स्वस्थ रखती है।
  • नवग्रह शांति पूजा से परिवार में सुख-शांति और समृद्धि आती है। यह पूजा परिवार के सदस्यों के बीच प्रेम और स्नेह को बढ़ाती है।

उज्जैन में नवग्रह दोष शांति पूजा कब कराएँ?

उज्जैन में नवग्रह शांति पूजा किसी अनुभवी पंडित से कुंडली के आधार पर शुभ मुहूर्त में पूर्ण विधि के साथ कराएं। नवग्रह शांति पूजा के लिए उज्जैन के श्रेष्ठ पंडितो द्वारा निर्धारित मुहूर्त निम्नलिखित है:

  • अमावस्या, पूर्णिमा और ग्रहण के दिन

  • ज्योतिषीय परामर्श अनुसार ग्रह दशा या गोचर बदलने पर

  • विवाह, गृह प्रवेश या नए व्यवसाय शुरू करने से पहले

  • जीवन में बड़ी बाधाएँ आने पर

उज्जैन मे नवग्रह शांति पूजा के लिए संपर्क करे

पंडित सुरेश शर्मा जी द्वारा उज्जैन मे नवग्रह शांति पूजा हेतु वर्ष भर लोग आते है और देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालु ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से उनसे जुड़कर लाभ प्राप्त करते हैं। नवग्रह शांति पूजा उज्जैन मे कराने के लिए अभी पंडित जी से बात करे और निशुल्क परामर्श ले।