केमद्रुम दोष पूजा उज्जैन
अगर आप भी मानसिक संघर्ष, अकेलापन, आर्थिक अस्थिरता और आत्म-संदेह का सामना कर रहे हैं, तो संभव है कि आपकी कुंडली में केमद्रुम दोष है। अब समय है समाधान का। पूजा बुकिंग के लिए उज्जैन के अनुभवी पंडित सुरेश शर्मा जी से नीचे दिये गए नंबर पर संपर्क करे और अपनी पूजा बुक करे।
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केमद्रुम दोष क्या होता है?
केमद्रुम दोष एक ऐसा दुर्बल और प्रभावशाली योग है, जो चंद्रमा की अकेली स्थिति के कारण जन्म कुंडली में बनता है। जब चंद्रमा के दोनों ओर (द्वितीय और द्वादश भाव) में कोई ग्रह उपस्थित नहीं होता, और वह अकेला रह जाता है, तो यह केमद्रुम योग या केमद्रुम दोष कहलाता है। यह दोष चंद्रमा की शक्ति को कमजोर करता है, जो मन, भावनाओं, और मानसिक स्थिरता का कारक है। “केमद्रुम” शब्द का अर्थ है “एकाकी चंद्रमा,” जो इसकी प्रकृति को दर्शाता है।
केमद्रुम दोष के लक्षण क्या है? कैसे पहचानें यह दोष?
यदि आपके जीवन में निम्न समस्याएं बार-बार आ रही हैं, तो यह केमद्रुम दोष हो सकता है:
छोटी-छोटी बातों पर तनाव और मानसिक थकावट होना।
बार-बार डिप्रेशन या मानसिक भ्रम की स्थिति
अकेलापन, सामाजिक दूरी या अपमान
धन की कमी और आर्थिक अस्थिरता
असफल रिश्ते या भावनात्मक असंतुलन
कार्यों में बार-बार रुकावट
केमद्रुम दोष पूजा क्या होती है?
उज्जैन में होने वाली केमद्रुम दोष पूजा एक अत्यंत महत्वपूर्ण वैदिक प्रक्रिया है जो जन्म कुंडली में चंद्रमा के अकेले पड़ने से उत्पन्न मानसिक, आर्थिक और सामाजिक समस्याओं के समाधान के लिए की जाती है। केमद्रुम दोष पूजा में चंद्र ग्रह के बीज मंत्रों का जाप, विशेष हवन, चंद्र यंत्र पूजन और दान कर्मों द्वारा चंद्रमा की कृपा प्राप्त की जाती है। उज्जैन में अनुभवी पंडितों द्वारा शास्त्रोक्त विधि से कराई गई यह पूजा जीवन में मानसिक संतुलन, सुख-शांति और आर्थिक समृद्धि की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होती है।
केमद्रुम दोष पूजा की वैदिक पूजा-विधि क्या है?
उज्जैन में केमद्रुम दोष पूजा एक प्रभावी और महत्वपूर्ण वैदिक अनुष्ठान है, जो अनुभवी पंडितों द्वारा 2-3 घंटे में संपन्न किया जाता है। इसकी प्रक्रिया निम्नलिखित चरणों में होती है:
संकल्प: पूजा की शुरुआत भगवान गणेश और माता गौरी की पूजा के साथ होती है, जिसमें पंडित आपके नाम, गोत्र, और पूजा के उद्देश्य का उल्लेख करते हैं।
चंद्रमा पूजा: चंद्रमा को प्रसन्न करने के लिए विशेष मंत्रों का जाप किया जाता है, जैसे “ॐ सों सोमाय नमः”।
नवग्रह पूजा: नौ ग्रहों की पूजा की जाती है, जिसमें चंद्रमा पर विशेष ध्यान दिया जाता है।
- केमद्रुम दोष निवारण हवन – विशेष सामग्रियों से चंद्रमा और मानसिक दोषों की शांति हेतु हवन
रुद्राभिषेक: भगवान शिव का रुद्राभिषेक किया जाता है, जिसमें शिवलिंग पर दूध, दही, शहद, और जल चढ़ाया जाता है।
हवन: काले तिल, घी, और अन्य सामग्री के साथ हवन किया जाता है, जो नकारात्मक ऊर्जाओं को नष्ट करता है।
क्षिप्रा नदी में विसर्जन: पूजा के अंत में सामग्री को क्षिप्रा नदी में विसर्जित किया जाता है, जो अनुष्ठान को पूर्ण करता है।
उज्जैन में केमद्रुम दोष पूजा कराना क्यों है प्रभावशाली?
उज्जैन केवल एक तीर्थ स्थल नहीं, बल्कि एक ज्योतिष और आध्यात्मिक स्थल है। यहां स्थित महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग की दिव्य ऊर्जा व्यक्ति के मानसिक दोषों और ग्रहदोषों को शांत करने में सहायक मानी जाती है। केमद्रुम दोष पूजा यदि उज्जैन में की जाए तो इसके फल अधिक प्रबल होते हैं क्योंकि:
चंद्र ग्रह की शांति के लिए विशेष तांत्रिक और वैदिक विधियां उपलब्ध हैं
अनुभवी और प्रमाणित पंडितों द्वारा मंत्रोच्चार एवं यज्ञ विधि से पूजा होती है
उज्जैन की प्राचीन परंपरा और शिव ऊर्जा पूजा को विशेष फलदायक बनाती है
यहां पर मानसिक दोषों और चंद्र ग्रह दोषों की शांति हेतु विशिष्ट उपचार प्रक्रियाएं होती हैं
केमद्रुम दोष पूजा से होने वाले लाभ कौन-कौन से है?
मानसिक संतुलन और स्थिरता की प्राप्ति
आत्मविश्वास और निर्णय क्षमता में वृद्धि
आर्थिक स्थिरता और अवसरों में बढ़ोतरी
रिश्तों में सुधार और भावनात्मक संतुलन
शांति, सुकून और सकारात्मक दृष्टिकोण
चंद्र ग्रह की कृपा और सौम्यता का लाभ
उज्जैन में केमद्रुम दोष पूजा में कितना खर्च आता है?
केमद्रुम दोष पूजा की लागत पूजा के प्रकार और स्थान पर निर्भर करती है जैसे:
सामान्य पूजा: 2,100 रुपये से 5,100 रुपये (राम घाट या मंदिर में)।
विशेष पूजा: 5,500 रुपये से अधिक।
उज्जैन में केमद्रुम दोष पूजा बुकिंग कैसे कराएँ?
केमद्रुम दोष मनुष्य के अंदर छिपे मानसिक भय और संघर्ष को जन्म देता है। लेकिन सही मार्गदर्शन, उचित पूजा और आध्यात्मिक ऊर्जा के माध्यम से इसे शांत कर एक नया, स्थिर और सकारात्मक जीवन पाया जा सकता है। तो देर किस बात की आज ही अपनी पूजा उज्जैन के योग्य पंडित सुरेश शर्मा जी के मार्गदर्शन में सम्पन्न कराएँ।